पढ़ें पारंपरिक गाने रेवड़ी की मिठास और पंजाब के रंग लोहड़ी गीत में देखे जा सकते हैं । लोहड़ी के त्योहार की शाम को लकड़ियों को इकट्ठा कर जलाया जाता है और पारंपरिक अग्नि पूजा की और तिल के साथ अग्नि की पारंपरिक पूजा की जाती है। जाती है
इस पर्व के लिए बच्चों और युवाओं की टोलियां घर-घर जाकर लकड़ी मांगकर इकट्ठी होती हैं। लोहड़ी के गीत गाते हुए लोहड़ी करते और मांगते हैं। यहां पढ़ें पारंपरिक गीत- लोहड़ी गीत-लोहड़ी गीत सुंदर मुंडारिए होए तेरा कौन बचा होए दुल्ला भट्टी वाला होए तेरा कौन बचा होए दुल्ला भट्टी वाला होए दुल्ले धी व्याही होए सेर शक्कर पाई होए कुड़ी दे लेखे लाई होए घर घर पावे बधाई होए कुड़ी दा लाल पताका हो कुड़ी दा शालू पता हो शालू, जिसने अल्ला भट्टी जमा की है,
चाचा ने चूरी कुट्टी भेजी है, जमींदारों को लूट लिया है, दूल्हे ने घोड़ों को दौड़ा लिया है, जमींदारों को स्थायी कर दिया है, विच्चा पंचायत लगाई गई है ताना ताना मकई दा दाना दाना फकीर दी झोली पाना पाना आसान ठाणे नहीं जाना जन सिपाही बद्दी खाना खाना अगे आपे रब्ब स्याना स्याना यारो अग्ग सेक के जन जाना लोहड़ी दियों सब नान नू बधाई....
लोगों ने समय के अनुसार बदलते हुए अब समितियों को भी लोहड़ी के लिए राजी कर लिया है नया तरीका निकाला है । _ ढोल, नगाड़ों के लोग पहले ही बुकिंग करते हैं । अनेक प्रकार के वाद्य यंत्रों के साथ जब लोहड़ी का गीत शुरू होता है तो स्त्री , पुरुष, वृद्ध, बच्चे सभी स्वर में स्वर, लय में ताल सहित नृत्य करने लगते हैं । रॉक गाने, यह मौका, ओए, हो, हो, मैं बारह साल का हूं पार्ट सी , खड़के लेंडा रेवड़ी , ऐसी पंजाबी लोहड़ी गीत अपार आनंद के बारे में इरा लोहड़ी उन परिवार के लिए शाम को गाया जाता है जो अन्य रिश्तेदारों के साथ - साथ इस त्योहार में शामिल होते हैं ।
इसके अतिरिक्त निम्नलिखित गीत भी गाए जाते हैं। - 'दे दे मेरी लोहड़ी, तेरी जीव जोड़ी', - 'दे माई पथी तेरा पुत्त चढ़ेगा हाथी' रात को आग में तिल डालते हुए - 'ईश्वर आए दलीदार जाए, दलीदार दी जड़ चूल्हे पाए' सबके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की . हैप्पी लोहड़ी...! लोहड़ी गीत 2023 यह भी पढ़ें: मकर संक्रांति के दिन करें 10 में से कोई एक काम, खुल जाएगी किस्मत